IPC – Indian Penal Code Important Sections -UPSI 2025 दरोगा भर्ती

भारतीय दण्ड संहिता (IPC) – 1860

महत्त्वपूर्ण बिन्दु :-

अपराध के प्रकारः-(1) संज्ञेय / गंभीर अपराध:-

भारतीय दण्ड संहिता (IPC) – 1860 की महत्त्वपूर्ण धाराएं

अध्याय-1 उद्देशिका

अध्याय – 2 साधारण स्पष्टीकरण

अध्याय – 3 दण्डों के विषय में

अध्याय – 4 साधारण अपवाद

अध्याय – 5 दुष्प्रेरण के विषय में

धारा 107 :- तीन प्रकार के दुष्प्रेरण बताए गये हैं।

  • किसी व्यक्ति को उकसाना।
  • साशय सहायता ।
  • षड्यंत्र में शामिल न होना, पर कोई सहायता देना।

धारा 114 :- अपराध किए जाते समय दुष्प्रेरक की उपस्थिति ।

जब कोई व्यक्ति जो अनुपस्थित होने पर दुष्प्रेरक के नाते दण्डनीय होता, उस समय उपस्थित हो जब वह अपराध किया जाए जिसके लिए वह दुष्प्रेरण के फलस्वरूप दण्डनीय होता, तब यह समझा जाएगा कि उसने ऐसा कार्य या अपराध किया है।

धारा 119 :- लोक सेवक द्वारा अपराध करने की योजना को छिपाना, जिसे रोकना उसका कर्त्तव्य है।

अध्याय – 5 (A) आपराधिक षड्यंत्र

धारा 120A: आपराधिक षड्यंत्र की परिभाषा।

जब दो या अधिक व्यक्ति कोई अवैध कार्य अथवा कोई ऐसा कार्य जो, अवैध नहीं है, अवैध संसाधनो द्वारा करने या करवाने को सहमत होते हैं तब यह सहमति आपराधिक षड्यंत्र कहलाती है।

अध्याय – 6 राज्य के विरुद्ध अपराध

धारा 121 :- भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध या युद्ध करने का प्रयत्न करना।

( मृत्युदण्ड या आजीवन कारावास + जुर्माना )

धारा 122 :- भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करने के आशय से आयुध आदि संग्रह करना।

अध्याय – 7 सेना से सम्बन्धित अपराध

धारा 132 :- किसी अधिकारी या सैनिक को विद्रोह के लिए दुष्प्रेरित करना।

धारा 140 :- सेना की वर्दी पहनना एक अपराध की श्रेणी में आयेगा जिसके लिए किसी भी प्रकार के कारावास से जिसकी अवधि 3 माह तक की हो सकेगी या जुर्माने से या दोनों से दंडित किए जाने का प्रावधान है।

अध्याय-8 लोक शांति के विरुद्ध अपराध

धारा 141 :- “विधिविरुद्ध जमाव” (5 या 5 से अधिक व्यक्तियों का जमाव)

धारा 142 :- विधिविरुद्ध जमाव का सदस्य होना।

धारा 143 :- विधिविरुद्ध जमाव के लिए दण्ड। (6 माह तक कारावास या जुर्माना या दोनों)

धारा 144 :- आयुध, शस्त्र या ऐसी वस्तु जिससे किसी की मृत्यु कारित हो सकती हो, को लेकर विधिविरुद्ध जमाव में सम्मिलित होना।

धारा 147 :- बल्वा करने के लिए दण्ड।

(2 वर्ष तक का कारावास या जुर्माना या दोनों)

धारा 160 :- दंगा करने के लिए दण्ड।

[1 माह तक कारावास या जुर्माना (₹100 तक ) या दोनों]

अध्याय – 9 लोक सेवकों से सम्बन्धित अपराध

Note :- इससे आगे की धाराएं अगले एपिसोड में दी जाएगी तो उसे एपिसोड को आप वेबसाइट पर जरूर देखें धाराएं अधिक होने के कारण एक पाठ में समाप्त नहीं की गई है इसके अलावा दो पार्ट और आएंगे उनमें सभी 511 धाराओं को कराया जाएगा

Umesh Yadav
Er. Umesh Yadav
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