गंगा नदी तंत्र (Ganga River System) से संबंधित सभी प्रश्न जो की प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं वे सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए लाभकारी होगा जैसे UPSC, UPPSC, MPPCS, UKPCS,BPSC,UPPCS,UP POLICE CONSTABLE, UPSI,DELHI POLICE, MP POLICE, BIHAR POLICE, SSC, RAILWAY, BANK, POLICE,RAILWAY NTPC,RAILWAY RPF,RAILWAY GROUP D,RAILWAY JE,RAILWAY TECNICIAN, Teaching Bharti अन्य सभी परीक्षाओं के लिए उपयोगी
■ गंगा नदी तंत्र (Ganga River System)————>
● अपनी विशाल द्रोणी और व्यापक सांस्कृतिक महत्व के दृष्टिकोण से गंगा भारत की सबसे महत्वपूर्ण एवं सबसे लम्बी (2525 किमी.) नदी है। यह नदी उत्तराखण्ड राज्य के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री हिमनद (3,900 राज्य के की ऊँचाई) से भागीरथी नाम से निकलती है।
● गंगा नदी उत्तराखंड में 310 किमी., उत्तर प्रदेश में 1140 किमी. बिहार में 455 किमी. और पश्चिम बंगाल में 520 किमी. मार्ग तय करती है।
● यह मध्य व लघु हिमालय श्रेणियों को काट कर संकरे महाखड्डों से होकर गुजरती है। झाला के समीप सियागंगा नदी भागीरथी मे मिलती है।
● भागीरथी नदी में भिलांगना टिहरी उत्तराखंड में और अलकनंदा देव प्रयाग (उत्तराखंड) में आकर मिलती हैं। भागीरथी और, अलकनंदा का संयुक्त रूप ही गंगा कहलाता है।
● गंगा द्रोणी केवल भारत में लगभग 8.6 लाख वर्ग किमी. क्षेत्र में फैली हुई है। और यह भारत का सबसे बड़ा अपवाह तंत्र है।
● गंगा नदी हरिद्वार के निकट मैदान में प्रवेश करती है। यहाँ से पहले दक्षिण की ओर, फिर दक्षिण-पूर्व की ओर और फिर पूर्व की ओर बहती है। अंत में, यह दक्षिणमुखी होकर दो जल वितरिकाओं (धाराओं) भागीरथी और हुगली में विभाजित हो जाती है।
● देवप्रयाग में भागीरथी, अलकनंदा नदी का स्त्रोत बद्रीनाथ के ऊपर सतोपंथ हिमनद और 8 है। ये अलकनंदा, धौली और विष्णु गंगा धाराओं से मिलकर बनती हैं, जो जोशीमठ या विष्णुप्रयाग में मिलती हैं।
● अलकनंदा की एक अन्य सहायक नदी पिंडार (Pindar) है, जो इससे कर्ण प्रयाग में मिलती है जबकि, मंदाकिनी या काली गंगा इससे रूद्रप्रयाग में मिलती है।
● झारखंड की सीमा पर स्थित राजमहल की पहाड़ी के उत्तर की ओर प्रवाहित होती हुई पश्चिम बंगाल के फरक्का नामक स्थान पर यह बांग्लादेश में प्रवेश करती है, जहाँ इसे पद्मा के नाम से जाना जाता है।
● गंगा की मुख्य धारा पद्मा में ब्रह्मपुत्र नदी आकर मिल जाती है। अंतिम चरण में गंगा और ब्रह्मपुत्र समुद्र में विलीन होने से पहले मेघना के नाम से जानी जाती है।
● गंगा एवं ब्रह्मपुत्र नदियों के द्वारा बनाए गए डेल्टा को सुंदरवन डेल्टा (Sunderban Delta) के नाम से जाना जाता है। यह डेल्टा हुगली और मेघना नदियों से निर्मित होता है।
● सुंदरवन डेल्टा का नाम वहाँ पाए जाने वाले सुंदरी नामक पादप से लिया गया है, जो विश्व का सबसे बड़ा एवं तेजी से वृद्धि करने वाला डेल्टा है। यहाँ रॉयल बंगाल टाइगर भी पाए जाते हैं। यह लगभग 9,630 किमी. क्षेत्र में फैला है, यहाँ के जल में लवण की मात्रा लगभग 70% है। सुन्दर वन को 1984 ई. में नेशलन पार्क घोषित किया गया था। |
● सुंदरवन डेल्टा भारत और बांग्लादेश में स्थित विश्व का सबसे बड़ा नदी डेल्टा है। इसका निर्माण गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदियों द्वारा हुआ है। इस डेल्टा का लगभग दो तिहाई भाग बांग्लादेश में एवं शेष भाग भारत में है।
● भू-वैज्ञानिक ओल्डहम के अनुसार, गंगा के जलोढ़ निक्षेपों की मोटाई 4,000-6,000 मीटर एवं ग्लेनी के अनुसार, 2,000 मीटर है।
● मंदाकिनी नदी चौराबाड़ी ताल नामक झील से निकलती है तथा सोनप्रयाग में वासुकीगंगा से मिलती हुई आगे बढ़ती है। यह नदी केदारनाथ से रूद्र प्रयाग के मध्य प्रवाहित होती है। यह बद्रीनाथ के दक्षिण में स्थित रुद्रप्रयाग नामक स्थान पर अलकनंदा से मिलती है। |
● गंगा द्रोणी के अन्तर्गत, उत्तर भारत में हिमालय से निकलने वाली बारहमासी व अनित्यवाही नदियाँ एवं दक्षिण में प्रायद्वीप से निकलने वाली अनित्यवाही नदियाँ शामिल हैं। प्रायद्वीपीय उच्चभूमि से आने वाली मुख्य सहायक नदियाँ चंबल, बेतवा और सोन हैं। सोन गंगा के दाहिने किनारे पर मिलने वाली प्रमुख नदी है।
● गंगा नदी के बायें तट पर मिलने वाली महत्वपूर्ण सहायक नदियाँ रामगंगा, गोमती, घाघरा, गंडक, कोसी व महानंदा हैं। गंगा नदी सागर द्वीप (गंगासागर) के निकट अंततः बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है
● जवाहरलाल नेहरू ने गंगा की विशेषता की व्याख्या करते हुए कहा कि, अपने स्रोत से सागर तक, पुराने समय से नए समय तक गंगा भारत की सभ्यता की कहानी है, वास्तव में गंगा भारतीय सभ्यता का पर्याय है। फतेहपुर परा प्रयागराज, कानपुर, वाराणसी, पटना, भागलपुर आदि गंगा नदी के तट पर स्थित प्रमुख नगर हैं। |
■ गंगा नदी तंत्र का दोआब——–>
दोआब | नदी क्षेत्र |
गंगा-यमुना दोआब | यमुना व गंगा |
रूहेलखण्ड का मैदान | रामगंगा व गोमती |
अवध का मैदान | गोमती व घाघरा |
पूर्वी उत्तर प्रदेश का मैदान | घाघरा व गंडक |
सारण का मैदान | गंडक व बूढ़ी गंडक |
मिथिला का मैदान | बूढ़ी गंडक व कोसी |
पश्चिम बंगाल का मैदान | कोसी व महानंदा |
■ नमामि गंगे परियोजना——–>
● प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में 1 जुलाई, 2014 को हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सरकार की फ्लैगशिप योजना नमामि गंगे को स्वीकृति दी गई। ● इस योजना के अंतर्गत गंगा नदी को समग्र रूप से संरक्षित और स्वच्छ करने के कदम उठाए जाएँगे। इस पर वर्ष 2020 तक 20 हजार करोड़ रुपये व्यय किए जाएँगे। ● गंगा को स्वच्छ करने के लिए पिछले 30 वर्ष में सरकार द्वारा व्यय की गई राशि से यह राशि 4 गुना अधिक है। ● गंगा नदी की साफ-सफाई को कार्यान्वित करने में गंगा नदी के प्रदूषण को समाप्त करने और नदी को पुनःजीवित करने के लिए नमामि गंगे नामक एक एकीकृत गंगा संरक्षण मिशन का शुभारंभ किया गया है। यह 100% केन्द्रीय हिस्सेदारी के साथ केन्द्रीय योजना है। |
■ अर्थ-गंगा परियोजना———->
● दिसम्बर, 2019 में राष्ट्रीय गंगा परिषद (NGC) की बैठक में सरकार ने गंगा नदी से सम्बंधित आर्थिक गतिविधियों पर ध्यान केन्द्रित करने के साथ ही नमामि गंगे परियोजना को अर्थ-गंगा जैसे एक सतत विकास मॉडल में परिवर्तित करने पर विचार किया था। ● इस प्रक्रिया में किसानों को शून्य बजट खेती, फलदार वृक्ष लगाना और गंगा के किनारे पर पौध नर्सरी का निर्माण करने जैसी टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। जाएगा। ● अंतर्देशीय जलमार्गों का विकास अर्थ गंगा परियोजना के सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भों में से एक है। यह परियोजना किसानों, छोटे व्यापारियों और ग्रामीणों के लिए आर्थिक और समावेशी विकास को बढ़ावा देगी। |
■ गंगा स्मार्ट सिटी——–>
● गंगा की सफाई सुनिश्चित करने के लिए गंगा व उसकी सहायक प्रमुख नदियों के किनारे बसे शहरों को गंगा स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। पहले चरण में 10 शहर विकसित किए जाएँगे। इस काम को हाइब्रिड एन्यूटी आधारित मॉडल के द्वारा सार्वजनिक निजी भागीदारी के अन्तर्गत किया जाएगा। ● इस मिशन की शुरूआत 13 अगस्त, 2016 को एक साथ सभी 10 शहरों में की गई। गंगा स्मार्ट सिटी का अर्थ इन शहरों का समग्र विकास करना है, जिससे इन शहरों द्वारा किसी भी तरह से गंगा प्रदूषित न की जाए। ● देश की कई बड़ी कंपनियों के अलावा कई विदेशी कंपनियों ने भो हाइब्रिड एन्युटी मॉडल पर काम करने में रुचि दिखाई है। |
■ हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल——>
● गंगा कार्य योजना की सफलता के बाद अब नमामि गंगे की सफलता के लिए हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल को अपनाने का निर्णय किया गया है। ● इस मॉडल में काम करने वाली एजेंसी को 20 वर्ष के लिए धन दिया जाएगा। पहले चरण में 40% राशि दी जाएगी, बाद में काम के साथ उसे बची हुई राशि दी जाएगी और जितनी भी राशि बचेगी उस पर बैंक दर से ब्याज भी दिया जाएगा। ● पहले इस काम के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा 70:30 के अनुपात में व्यय किया जाना था लेकिन अब इस पूरे कार्यक्रम का व्यय केन्द्र सरकार वहन करेगी। |
■ यमुना नदी (Yamuna River)——->
● यह गंगा की सबसे पश्चिमी और सबसे लंबी सहायक नदी है। इसका स्रोत यमुनोत्री हिमनद (Yamunotri Glacier) है, जो हिमालय में बंदरपूँछ श्रेणी के पश्चिमी ढाल पर लगभग 6,316 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।
● नीचे की ओर मंसूरी श्रेणी (उत्तराखण्ड) के पीछे इसमें टोंस नदी मिलती है। मंसूरी श्रेणी से यमुना नदी मैदानी क्षेत्र में प्रवेश करती है, जहाँ यह एक चौड़े वक्र के रूप में बहती है।
● हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश के बीच सीमा बनाते हुए यह नदी दिल्ली, मथुरा एवं आगरा से होकर गुजरती है।
● प्रयाग (इलाहाबाद) में यमुना का गंगा से संगम होता है। प्रायद्वीपीय पठार से निकलने वाली चंबल, कालीसिंध, बेतवा व केन नदियाँ इसके दाहिने तट पर मिलती हैं। जबकि, हिंडन, रिहंद, सेंगर, वरुणा आदि नदियाँ इसके बायें तट पर मिलती हैं।
● यमुना की लम्बाई 1,370 किमी. है और इसका अपवाह क्षेत्रफल लगभग 3,59,000 वर्ग किमी है।
● इसका अधिकांश जल सिंचाई के उद्देश्य से पश्चिमी व पूर्वी यमुना नहरों तथा आगरा नहर में आता है।
■ चंबल नदी (Chambal River)——->
● यह मध्य प्रदेश के मालवा पठार में महू के निकट जनापाव पहाड़ी से निकलती है। इसकी लम्बाई 965 किमी. है तथा उत्तरोन्मुख होकर एक महाखड्ड से बहती हुई कोटा (राजस्थान) पहुँचती है, जहाँ इस पर गांधीसागर बाँध बनाया गया है।
● कोटा से यह बूँदी, सवाई माधोपुर और धौलपुर होती हुई इटावा (उत्तर प्रदेश) के समीप यमुना नदी में मिल जाती है।
● चंबल एक अध्यारोपित नदी है, यह अपनी उत्खात भूमि वाली भू-आकृति के लिए प्रसिद्ध है, जिसे चंबल खड्ड (Ravine of Chambal) कहा जाता है।
■ गंडक नदी (Gandak River)——->
● गंडक नदी दो धाराओं कालीगंडक और त्रिशूलगंगा के मिलने से बनती है, जो नेपाल हिमालय में धौलागिरि व माउंट एवरेस्ट के बीच से निकलती है यह नदी मध्य नेपाल को अपवाहित करती है।
● बिहार के चंपारण जिले में यह गंगा के मैदान में प्रवेश करती है तथा पटना के निकट सोनपुर में गंगा नदी में जा मिलती है। जो की पश्चिम चंपारण जिले में स्थित त्रिवेणी नहर से जल ग्रहण करती है।
■ घाघरा नदी (Ghagra River)——->
● घाघरा नदी मापचाचुंग हिमनद से निकलती है। त्रिशुली, सेती बेरी, शारदा, राप्ती तथा शरयु नामक सहायक नदियों से जलग्रहण करने के उपरांत यह शीशापानी में एक गहरे महाखड्ड का निर्माण करते हुए पर्वत से मैदानी भाग में प्रवेश करती है। शारदा नदी (काली या काली गंगा) इससे मैदान में मिलती है और अंततः छपरा में यह गंगा नदी में विलीन हो जाती है।
■ कोसी नदी (Kosi River)——->
● कोसी एक पूर्ववर्ती नदी है। इसका उद्गम स्त्रोत माउंट एवरेस्ट के उत्तर में स्थित गोसाई थान चोटी के समीप है, जहाँ से इसकी मुख्य धारा अरुण निकलती है।
● नेपाल में, मध्य हिमालय को पार करने के बाद इसमें पश्चिम से सोन, सनकोसी और पूर्व से तमूर कोसी मिलती हैं। कोसी नदी की सात धाराएँ है, जिनमें से अरुण प्रमुख है। सामूहिक रूप से इन्हें सप्तकोसी कहा जाता है।
● यह नदी पर्वतों के ऊपरी क्षेत्र से भारी मात्रा में अवसाद लाकर मैदानी भाग में जमा करती है। इससे नदी मार्ग अवरूद्ध हो जाता है। परिणामस्वरूप, नदी अपना मार्ग बदल लेती है।
● भारत की अन्य सभी नदियों में से कोसी नदी ने सर्वाधिक बार अपने प्रवाह मार्ग को बदला है। भयंकर बाढ़ों के लिए कुख्यात इस नदी को बिहार का शोक कहा जाता है। यह नदी भागलपुर (बिहार) के समीप गंगा में मिल जाती है।
■ रामगंगा नदी (Ramganga River)——->
● रामगंगा गैरसैण के निकट पौड़ी गढ़वाल की पहाड़ियों में स्थित दूधा टोली श्रेणी से निकलने वाली छोटी नदी है।
● यह नदी शिवालिक को पार करने के बाद अपना मार्ग दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर बनाती है तथा उत्तर प्रदेश में नजीबाबाद के निकट मैदान में प्रवेश करती है। अंत में कन्नौज के निकट यह गंगा नदी में मिल जाती है।
■ गोमती नदी (Gomati River)——->
● गोमती नदी का उद्गम क्षेत्र गोमतताल (फुल्हर झील), पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) में है। यह गंगा नदी की एकमात्र सहायक नदी है, जिसका उद्गम मैदान में होता है।
■ दामोदर नदी (Damodar River)——->
● दामोदर नदी छोटानागपुर पठार के पूर्वी किनारे से निकलती है तथा भ्रंश घाटी से होती हुई हुगली नदी में गिरती है। बराकर इसकी मुख्य सहायक नदी है।
● बंगाल का शोक (Sorrow of Bengal) कही जाने वाली इस नदी पर दामोदर घाटी निगम नामक एक बहुउद्देशीय परियोजना का निर्माण किया गया है।
● बराकर, जमुनिया, बोकारो, कोनार एवं साली इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ हैं।
● दामोदर नदी भारत की सर्वाधिक प्रदूषित नदी है। गिरिडीह एवं दुर्गापुर के मध्य में 300 किमी. लम्बे मार्ग में यह जैविक मरुस्थल (Biological Desert) बन कर रह गई है।
● दामोदर नदी से एडन नहर वर्ष 1938 ई. में निकाली गई थी। यह 65 किमी. लंबी तथा 10 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचित करती है। निम्नवलन (Down Wraping) के कारण विभ्रंश घाटी (Rift Valley) के निर्माण का सम्बंध दामोदर घाटी से है। |
■ शारदा या सरयू नदी (Sarda or Saryu River)——->
● सरयू नदी का उद्गम नेपाल हिमालय के मिलाम हिमनद में है, जहाँ इसे गौरीगंगा के नाम से जाना जाता है।
● यह भारत-नेपाल सीमा के साथ बहती हुई (जहाँ इसे काली या चाइक कहा जाता है) बहराइच जिले में घाघरा नदी में मिल जाती है।
■ महानंदा नदी (Mahananda River)——->
● गंगा नदी की एक अन्य महत्वपूर्ण सहायक नदी महानंदा है, जो दार्जिलिंग पहाड़ियों से निकलती है। यह पश्चिम बंगाल में (फरक्का के पास) गंगा के बाएँ तट पर मिलने वाली अंतिम सहायक नदी है।
■ सोन नदी (Son River)——–>
● गंगा के दक्षिण (दाहिने) तट पर सोन एक बड़ी सहायक नदी है, जो अमरकंटक पठार से निकलती है। पठार के उत्तरी किनारे पर जलप्रपातों की श्रृंखला बनाती हुई, यह नदी पटना से पश्चिम में आरा के समीप (राम नगर, दानापुर में) गंगा नदी में मिल जाती है।
● यह नदी मध्य प्रदेश से निकलकर उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार में प्रवाहित होती है। रिहन्द और उत्तरी कोयल इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ हैं।
● Teligram Channel Link Click here 👇👇👇👇👇👇
● भारत की भौगोलिक स्थिति click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/introduction-of-india/
● राज्यों का पुनर्गठन click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/political-division-राजनीतिक-एवं-प्रशासनि/
● भारत के राज्य और केंद्र शासित प्रदेश click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/indian-states-and-union-territories/
● पूर्वोत्तर भारत के 7 राज्य (Seven Sisters) click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/india-seven-sisters/
● भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा India international Boundary 👇👇👇
https://gyanseva24.com/india-international-boundary/
● भारत एक दृष्टि में click here 👇👇👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/introduction-of-india-2/
● भारत की भूगर्भिक संरचना click here 👇👇👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/भारत-की-भू-गर्भिक-संरचना-india-geologica/
● आर्कियन क्रम की चट्टानें click here 👇👇👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/आर्कियन-क्रम-की-चट्टानें/
● धारवाड़ क्रम की चट्टानें click here 👇👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/धारवाड़-क्रम-की-चट्टानें/
● कुडप्पा कम की चट्टाने click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/कुडप्पा-क्रम-की-चट्टानें/
● गोण्डवाना क्रम की चट्टानें click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/गोण्डवाना-क्रम-की-चट्टानें/
● दक्कन ट्रैप click here 👇👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/deccan-trap/
● विंध्यन चट्टान click here 👇👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/vindhyan-series/
● टर्शियरी-क्रम-की-चट्टाने click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/टर्शियरी-क्रम-की-चट्टाने/
● भारत का भौतिक स्वरूप click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/भारत-का-भौतिक-स्वरूप/
● भारत के मुख्य भू आकृतिक प्रदेश click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/भारत-के-मुख्य-भू-आकृतिक-प्रदेश/
● हिमानी या हिमनद या ग्लेशियर(Glacier) click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/ग्लेशियर-glacier/
● ट्रांस हिमालय या तिब्बत हिमालय click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/trans-himalaya/
● वृहत/महान (Greater Himalaya)👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/greater-himalaya/
● मध्य हिमालय click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/middle-himalaya/
● शिवालिक हिमालय (Outer Himalayas)👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/outer-himalaya/
● हिमालय का वर्गीकरण click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/हिमालय-का-वर्गीकरण/
● प्रायद्वीपीय पठार (Peninsular Plateau) click here 👇👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/प्रायद्वीपीय-पठार/
● भारत के प्रमुख दर्रे (Passes) click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/भारत-के-प्रमुख-दर्रे/
● उत्तर का विशाल मैदान click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/उत्तर-का-विशाल-मैदान/
● भारतीय मरुस्थल (Indian Desert) click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/भारतीय-मरुस्थल/
● तटीय मैदान (Coastal Plains) click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/तटीय-मैदान/
● द्वीप समूह (Group of Islands) click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/द्वीप-समूह/
● अपवाह तंत्र click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/अपवाह-तंत्र/
● सिन्धु नदी तंत्र click here 👇👇👇👇
https://gyanseva24.com/सिन्धु-नदी-तंत्र/